कुछ दिल की
एक ब्लॉग दिल से दिल के लिए
मंगलवार, 25 मार्च 2014
कह दो
कह दो छुप के यूं न देखा करें
दिल में हलचल यूं न पैदा करें
सदाएं जुबां पर आने तो दें
निगाहें मिला के निबाहा करें
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