कुछ दिल की
एक ब्लॉग दिल से दिल के लिए
शुक्रवार, 13 दिसंबर 2013
सियासत को कितना गिराओगे
सियासत को कितना और गिराओगे
कब तलक यूं सब्जबाग दिखाओगे
समझती है सब जानती है ये जनता
रहनुमाओं चुप करो मुंह की खाओगे
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें